सोमवार, 31 मार्च 2008

एसपीजी के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री का संबोधन

एसपीजी के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री का संबोधन
प्रधानमंत्री डॉ0 मनमोहन सिंह ने नई दिल्ली में आज एसपीजी के 23वें स्थापना दिवस के अवसर पर संबोधित किया । प्रधानमंत्री के संबोधन का मूलपाठ निम्नानुसार है:-
एक बार फिर आप सबों के बीच अपने को पाकर मैं काफी प्रसन्न हूं । आपके संपूर्ण व्यवसायवाद, आपकी क्षमता और कार्य के प्रति समर्पण के लिए मैं हृदय से आपकी प्रशंसा करता हूं । एसपीजी ने अत्यधिक संतोषजनक सेवा का एक अन्य वर्ष पूरा किया है जबकि यह कठिनाइयों भरा है जिसके तहत आपको काम करना होता है । खुशी के इस अवसर पर मैं, मेरी पत्नी और हमारा पूरा परिवार एसपीजी के सभी अधिकारियों और उनके परिजनों को गर्मजोशी के साथ बधाई देते हैं ।
सभी अधिकारियों और अपनी मेधाविता के साथ विभिन्न क्षेत्रों में विषिष्टतापूर्ण सेवा के लिए पदक और ट्रॉफियां जीतने वाले कर्मचारियों को बधाई देते हुए मुझे प्रसन्नता हो रही है ।
हम सभी उस दुखद परिस्थिति से अवगत हैं जिसके अधीन एसपीजी की स्थापना की गई थी । इन परिस्थितियों के कारण एक समर्पित और विशिष्ट सुरक्षा यूनिट की स्थापना की जरूरत महसूस हुई थी । उस समय के दौरान आतंकवाद का संकट भी सामने आया । इसलिए एक समर्पित, अनुशासित और उच्च प्रशिक्षित संगठन के रूप में एसपीजी की स्थापना की गई, जिसमें अत्यधिक सक्षम अधिकारियों को शामिल किया गया और उन्हें देश के सर्वोच्च राजनीतिक पद की विवेकशील परन्तु कारगर और संपूर्ण सुरक्षा प्रदान करने का विशिष्ट उत्तरदायित्व सौंपा गया ।
एक उच्चस्तरीय व्यवसायवाद और अपने उत्तरदायित्वों के प्रति सर्वाधिक विशिष्ट स्तर की प्रतिबध्दता को प्रदर्शित करते हुए 23 वर्षों के बाद एसपीजी आज एक दुर्जेय बल के रूप में विकसित हुआ है । वास्तव में यह एक गर्व की बात है कि भारत के पास इस प्रकार का एक समर्पित और सुप्रशिक्षित बल है, एक ऐसा बल जो सर्वोच्च राजनीतिक नेतृत्व की सुरक्षा के लिए विश्व में प्रथम स्थान पर है ।
मैं आपके उस सर्वाधिक रोचक प्रदर्शन के लिए आपकी प्रशंसा करना चाहता हूं जिसे मैंने कुछ पल पहले देखा है । एसपीजी द्वारा न्न बल का आगामी न्न इस्तेमाल को लागू करना आसन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए सर्वाधिक उपयुक्त तकनीकों से अपने-आपको सुसज्जित करने के एसपीजी की खोज का संकेत है । मैं यह जानकर खुश हूं कि एसपीजी एक नए काउंटर स्नीपर यूनिट की स्थापना करने का विचार कर रहा है । यह अग्रसोची होने का संकेत देता है जिसे हम एसपीजी के साथ जुड़ा हुआ पाते हैं ।
मुझे यह जानकर भी प्रसन्नता हो रही है कि एसपीजी न्न बम निरोधक न्न से जुड़े क्षेत्र में क्षमता निर्माण पर विचार कर रहा है और यह रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजीकल और न्यूक्लियर एजेंटों की चुनौतियों से निपटने के उद्देश्य से अपने-आपको सुसज्जित करने के प्रति दृढसंक़ल्प है । मैं आपको आश्वासन देता हूं कि हमारी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि एसपीजी को उसके कर्मचारियों के कौशल को और संगठन को उन्नत बनाने के लिए जो कुछ जरूरी है उसे उपलब्ध कराया जाएगा ।
एसपीजी के साथ एक निकट और व्यक्तिगत संबंध होना मेरे मौजूदा पद का एक अनिवार्य हिस्सा है । पिछले चार वर्षों से भी अधिक समय से मैं एसपीजी को काफी निकटता से देख रहा हूं । जैसा कि आप जानते हैं सुरक्षा के दायरे में रहना वाला कोई व्यक्ति संरक्षित रहने के प्रति कभी कभार ही रूचि दर्शाता है, लेकिन सच्चाई यह है कि हमारे संबंधों का काफी महत्व है । आप जो काम कर रहे हैं समय बीतने के साथ आपके लिए मेरी सराहना अधिक हुई है ।
लोकतांत्रिक समाज में जितना संभव हो, राजनीतिक नेता जनता के करीब होना चाहते हैं । वे अभेद्य सुरक्षा घेरे में होना नापसंद करते हैं । लोकतांत्रिक व्यवस्था में नेताओं को सुरक्षा प्रदान करना और ऐसे में यह भी सुनिश्चित करना कि वे आम जनता की पहुंच में रहें, इसके लिए काफी कौशल की जरूरत है । एसपीजी के जैसे एक सुरक्षा संगठन के सामने राजनीतिक नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए जनता और राजनीतिक नेताओं के बीच एक कड़ी के रूप में काम करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है । मैं मानता हूं कि इस काम के लिए काफी व्यवहार कौशल की जरूरत है जो आसान काम नहीं है ।
जनता के साथ निपटने में आपकी प्रक्रियाएं और व्यवहार आपके व्यावसायिक कौशल के साथ-साथ निरन्तर विकसित होना चाहिए । मैं इस बात से अवगत हूं कि कभी-कभी आप इसके लिए आलोचना का सामना करते हैं । जबकि मैं इस बात के प्रति सचेत हूं और आम नागरिकों की असुविधाओं को कम से कम करने के लिए काफी कुछ किया जा रहा है । निश्चित रूप से मैं यह मानता हूं कि इसे और अधिक व्यावसायिक बनाकर उसे सुधारने के लिए और भी बहुत कुछ किया जा सकता है । एक स्वतंत्र पहुंच के साथ अभिनव सोच होना शायद भविष्य का मार्ग है । मुझे विश्वास है कि अपनी विशिष्ट संस्कृति के हिस्से के रूप में एसपीजी भविष्य में और बेहतर परिणाम देने का प्रयास करेगा ।
हमारा विश्व आतंकवाद की चुनौतियों का सामना कर रहा है । आतंकवादी चुनौतियों के खतरे वाले महत्वपूर्ण गणमान्य लोगों की संख्या में वृध्दि हुई है, जो विश्व भर की सरकारों के लिए एक बड़ी चिन्ता का कारण है । विशेषकर उन लोकतांत्रिक देशों में जहां खुले समाज हों और जहां लोग आबाजाही की स्वतंत्रता का आनंद लेते हैं, इस त्रासदी से निपटने के उद्देश्य से उपाय निकालने में हमें अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करना होगा । जैसा कि मैंने पहले कहा है कि आतंकवाद चाहे कहीं भी हो, वह हरेक स्थान के लिए स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए खतरा है ।
हमारे देश में शांति और सुरक्षा राजनीतिक स्थायित्व और आर्थिक प्रगति, सामाजिक और सांप्रदायिक सदभाव के प्रति, ऐसी चुनौतियों से निपटने के प्रति हमारी सरकार की प्रतिबध्दता की मैं पुन: पुष्टि करता हूं । आतंकवाद का स्रोत चाहे कुछ भी हो, हम उसे उखाड़ फेंकने के प्रति दृढसंक़ल्प हैं और यह सुनिश्चित है कि किसी लोकतंत्र में राजनीतिक बदलाव केवल मतदान बक्से से ही हो सकता है न कि बंदूकों से ।
मैं एक बार फिर एसपीजी की नि:स्वार्थ सेवा के लिए अपनी गहरी कृतज्ञता और सराहना व्यक्त करता हूं । मुझे विश्वास है कि एसपीजी अपनी विशिष्ट खोज जारी रखेगा । एसपीजी परिवार के सभी सदस्यों के लिए मैं उनके प्रयासों में हरेक सफलता की कामना करता हूं ।

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