मंगलवार, 10 नवंबर 2020

किसानों के आनलाइन खरीद बिक्री करने हेतु आनलाइन पोर्टल शुरू , किसान और पशुपालक अपना पंजीयन करें

   ग्वालियर टाइम्स , नये कृषि अधिनियमों के अनुसार कोई भी किसान और पशुपालक अब अपनी उपज और उत्पाद तथा पशु , दूध व इनसे उत्पादित सामग्री व सामान कहीं भी कभी भी बेच और खरीद सकते हैं , जिसमें बीज से लेकर खाद तथा अन्य उत्पादित चीजें शामिल हैं । 

किसानों के लिये यह व्यवस्था आनलाइन भारतीय ई किसान आनलाइन खरीद बिक्री केन्द्र के पोर्टल पर ग्वालियर टाइम्स द्वारा उपलब्ध कराई गई है , इस पोर्टल पर नये कृषि कानूनों की जानकारी के साथ ही किसानों और पशुपालकों से संबंधित सभी जानकारियां भी उपलब्ध रहेंगीं और किसानों को अपने मोबाइल पर ही ताजा अपडेट मिलते रहेंगें , तथा उनके ई मेल पर भी अगर वे चाहें तो अपडेट मिलते रहेंगें । 

वे अपना माल मुनाफे के दाम पर जहां भी चाहें वहां इस पोर्टल के माध्यम से खरीद बेच सकेंगे , और इसमें बेचने वाले के बैंक खाते में पैसा सीधे ही एडवांस पहुंचेगा , तथा उसके बाद ही माल की सप्लाई डिलीवरी देनी होगी । खरीददार आनलाइन भुगतान किसी भी माध्यम से चुकता कर सकेगा , इस पोर्टल को भारत सरकार के औषधीय व जड़ी बूटी के क्रय विक्रय पोर्टल से भी लिंकअप किया है , इसलिये जड़ी बूटी , औषधीय पौधे आदि से संबंधित वनवासी भी इससे जुड़ें , और अपनी चीज का सही व सबसे ज्यादा मुनाफे का दाम पायें । 

नीचे दिये लिंक पर क्लिक करें और अपना पंजीयन करें , ऊपर से भाषा हिन्दी चयन करें और भगुतान मुद्रा रूपया चुनें । पंजीयन के बाद आपकों जानकारी की ई बुक , ई मेल से भेजी जायेगी कि पोर्टल का उपयोग कैसे करना है और खरीद बिक्री कैसे करनी है । 

भारतीय किसान केन्द्र

सोमवार, 31 मार्च 2008

पश्चिम बंगाल में एवियन इन्पऊलूएंजा - दूसरा 28 मार्च, 2008 को स्थिति रिपोर्ट -- कोई व्यक्ति प्रभावित नहीं

पश्चिम बंगाल में एवियन इन्पऊलूएंजा - दूसरा 28 मार्च, 2008 को स्थिति रिपोर्ट -- कोई व्यक्ति प्रभावित नहीं
27 मार्च, 2008 को पशुपालन, दुग्ध उत्पादन तथा मत्स्य विभाग ने जलपाईगुड़ी जिले (जलपाईगुड़ी सदर ब्लॉक, ग्राम सबेबेर कमर, समपुकुरी पारा) में कुक्कुट के बीच एवियन इन्पऊलूएंजा होने की घटना के बारे में अधिसूचित किया है । इस क्षेत्र में रोकथाम की गतिविधियां चलायी जा रही हैं । जिले में एमओएचएफडब्ल्यू का केन्द्रीय दल तैनात किया गया है ।
पूर्व अधिसूचित मालदा जिले के इंगलिश बाजार ब्लॉक में 0-3 किलोमीटर के भीतर घर-घर सक्रिय निरीक्षण का काम चल रहा है । 0-3 किलोमीटर क्षेत्र में 2,20,820 की जनसंख्या को इसके दायरे में लिया गया है । बुखारयूआरआई के 14 मामले पाए गए हैं, जिनमें से एक की पृष्टभूमि मृतबीमार पक्षियों के संचालन से जुड़ी है । उसे बिना बुखार की खांसी की शिकायत थी और निचली सांस नली में कोई संक्रमण नहीं था । इस मामले को एवियन इनपऊलूएंजा की परिभाषा के अनुसार उसका संदिग्ध मामला नहीं माना जा सकता है ।
3-10 किलोमीटर के भीतर 1,58,220 की जनसंख्या को इसके दायरे में लिया गया है। बुखारयूआरआई के 44 मामले पाए गए हैं पर इनमें से कोई भी इस पहलु से जुड़ा नहीं था ।
रोकथाम के काम में लगे पशुपालन विभाग के कर्मचारियों को मेडिकल निरीक्षण और केमोप्रो फायलेक्सिस के तहत रखा गया है । इस काम में 346 स्वैच्छिकस्वास्थ्य कर्मी लगे हुए हैं ।
राज्यजिला प्राधिकरण में ओसेल्टामीवीर, व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपकरणों के पर्याप्त भंडार उपलब्ध हैं ।
मानव एवियन इनपऊलूएंजा का कोई संदिग्ध मामला नहीं है ।
स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है । इस बारे में दैनिक स्थिति रिपोर्ट www.mohfw.nic.in पर उपलब्ध है ।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना क्रियान्वित राजस्थान और हरियाणा में स्मार्ट कार्ड की सुविधा का शुभारम्भ

राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना क्रियान्वित राजस्थान और हरियाणा में स्मार्ट कार्ड की सुविधा का शुभारम्भ
पिछले वर्ष 1 अक्टूबर को औपचारिक तौर पर प्रारंभ की गई राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना कल से क्रियान्वित होगी। इस योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत अगले पांच वर्षो में असंगठित क्षेत्र के गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को 30,000 रूपए तक के नकदीरहित स्वास्थ्य बीमा पर आधारित स्मार्ट कार्ड प्रदान किए जाएगें। इसके अंतर्गत इस वित्तीय वर्ष से देश के 600 सभी जिलों में अनुमानित 6 करोड़ बीपीएल श्रमिकों में से प्रत्येक जिले के एक लाख श्रमिकों के हिसाब से प्रत्येक वर्ष में 120 जिलों को शामिल किया जाएगा।
केन्द्र सरकार इसके लिए पहले से ही दिशा-निर्देश जारी कर चुकी है और मसौदा निविदा दस्तावेंज तैयार करके सभी राज्यों को भेज चुकी है। बीमा कंपनियों और संबंधित राज्यों के बीच हस्ताक्षर किए जाने वाले मसौदा अनुबंध समझौते को अंतिम रूप देने के अलावा वितरित किया जा चुका है। चिकित्सा कार्यप्रणालियों और उनकी लागत को विशेषज्ञों के एक दल द्वारा तय किया गया है। केन्द्र और राज्यों के बीच सहमति पत्र मसौदे को भी अंतिम रूप दिया जा चुका है।
दूसरी ओर सूचना प्रौद्योगिकी के मामले में, स्मार्ट कार्ड जारी करने के लिए स्मार्ट कार्ड हार्डवेयर, ऑपरेटिंग सॉफवेयर और सॉपऊटवेयर से संबंधित दिशा-निर्देशों को भी अंतिम रूप देकर जारी कर दिया गया है। इसी तरह से, विश्व बैंक की सहायता से स्मार्ट कार्ड उपयोग के विनिर्देश को भी तय कर लिया गया है। नकली और जाली आरएसबीवाई स्मार्ट कार्ड के जारी होने से जुड़े सुरक्षा मामलों के तहत एनआईसी ने एक प्रमुख प्रबंधन प्रणाली, केएमएस तैयार की है। पिछले आकड़ों पर आधारित प्रबंधन के लिए तैयारी चल रही है। हालाकि ये सभी कार्य तकनीकी स्तर पर काफी उच्च है और इनमें समय की भी खपत होती है पर स्मार्ट कार्ड संचालन के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण हैं।
योजना के तहत, प्रति वर्ष एक परिवार को कुल 30 हजार रूपए का बीमा लाभ मिलेगा। यह प्रक्रिया नकदीरहित होगी और बीमारी के लिए होन वाले अस्पताल के खर्चो के लिए दी जाएगी। वर्ष 2008-09 के बजट में इसके लिए प्रारंभिक तौर पर 250 करोड़ रू0 का आवंटन किया गया है। इसमे प्रति वर्ष के हिसाब से केन्द्र 75 प्रतिशत और राज्य शेष 25 प्रतिशत का योगदान करेगें।

एसपीजी के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री का संबोधन

एसपीजी के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री का संबोधन
प्रधानमंत्री डॉ0 मनमोहन सिंह ने नई दिल्ली में आज एसपीजी के 23वें स्थापना दिवस के अवसर पर संबोधित किया । प्रधानमंत्री के संबोधन का मूलपाठ निम्नानुसार है:-
एक बार फिर आप सबों के बीच अपने को पाकर मैं काफी प्रसन्न हूं । आपके संपूर्ण व्यवसायवाद, आपकी क्षमता और कार्य के प्रति समर्पण के लिए मैं हृदय से आपकी प्रशंसा करता हूं । एसपीजी ने अत्यधिक संतोषजनक सेवा का एक अन्य वर्ष पूरा किया है जबकि यह कठिनाइयों भरा है जिसके तहत आपको काम करना होता है । खुशी के इस अवसर पर मैं, मेरी पत्नी और हमारा पूरा परिवार एसपीजी के सभी अधिकारियों और उनके परिजनों को गर्मजोशी के साथ बधाई देते हैं ।
सभी अधिकारियों और अपनी मेधाविता के साथ विभिन्न क्षेत्रों में विषिष्टतापूर्ण सेवा के लिए पदक और ट्रॉफियां जीतने वाले कर्मचारियों को बधाई देते हुए मुझे प्रसन्नता हो रही है ।
हम सभी उस दुखद परिस्थिति से अवगत हैं जिसके अधीन एसपीजी की स्थापना की गई थी । इन परिस्थितियों के कारण एक समर्पित और विशिष्ट सुरक्षा यूनिट की स्थापना की जरूरत महसूस हुई थी । उस समय के दौरान आतंकवाद का संकट भी सामने आया । इसलिए एक समर्पित, अनुशासित और उच्च प्रशिक्षित संगठन के रूप में एसपीजी की स्थापना की गई, जिसमें अत्यधिक सक्षम अधिकारियों को शामिल किया गया और उन्हें देश के सर्वोच्च राजनीतिक पद की विवेकशील परन्तु कारगर और संपूर्ण सुरक्षा प्रदान करने का विशिष्ट उत्तरदायित्व सौंपा गया ।
एक उच्चस्तरीय व्यवसायवाद और अपने उत्तरदायित्वों के प्रति सर्वाधिक विशिष्ट स्तर की प्रतिबध्दता को प्रदर्शित करते हुए 23 वर्षों के बाद एसपीजी आज एक दुर्जेय बल के रूप में विकसित हुआ है । वास्तव में यह एक गर्व की बात है कि भारत के पास इस प्रकार का एक समर्पित और सुप्रशिक्षित बल है, एक ऐसा बल जो सर्वोच्च राजनीतिक नेतृत्व की सुरक्षा के लिए विश्व में प्रथम स्थान पर है ।
मैं आपके उस सर्वाधिक रोचक प्रदर्शन के लिए आपकी प्रशंसा करना चाहता हूं जिसे मैंने कुछ पल पहले देखा है । एसपीजी द्वारा न्न बल का आगामी न्न इस्तेमाल को लागू करना आसन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए सर्वाधिक उपयुक्त तकनीकों से अपने-आपको सुसज्जित करने के एसपीजी की खोज का संकेत है । मैं यह जानकर खुश हूं कि एसपीजी एक नए काउंटर स्नीपर यूनिट की स्थापना करने का विचार कर रहा है । यह अग्रसोची होने का संकेत देता है जिसे हम एसपीजी के साथ जुड़ा हुआ पाते हैं ।
मुझे यह जानकर भी प्रसन्नता हो रही है कि एसपीजी न्न बम निरोधक न्न से जुड़े क्षेत्र में क्षमता निर्माण पर विचार कर रहा है और यह रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजीकल और न्यूक्लियर एजेंटों की चुनौतियों से निपटने के उद्देश्य से अपने-आपको सुसज्जित करने के प्रति दृढसंक़ल्प है । मैं आपको आश्वासन देता हूं कि हमारी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि एसपीजी को उसके कर्मचारियों के कौशल को और संगठन को उन्नत बनाने के लिए जो कुछ जरूरी है उसे उपलब्ध कराया जाएगा ।
एसपीजी के साथ एक निकट और व्यक्तिगत संबंध होना मेरे मौजूदा पद का एक अनिवार्य हिस्सा है । पिछले चार वर्षों से भी अधिक समय से मैं एसपीजी को काफी निकटता से देख रहा हूं । जैसा कि आप जानते हैं सुरक्षा के दायरे में रहना वाला कोई व्यक्ति संरक्षित रहने के प्रति कभी कभार ही रूचि दर्शाता है, लेकिन सच्चाई यह है कि हमारे संबंधों का काफी महत्व है । आप जो काम कर रहे हैं समय बीतने के साथ आपके लिए मेरी सराहना अधिक हुई है ।
लोकतांत्रिक समाज में जितना संभव हो, राजनीतिक नेता जनता के करीब होना चाहते हैं । वे अभेद्य सुरक्षा घेरे में होना नापसंद करते हैं । लोकतांत्रिक व्यवस्था में नेताओं को सुरक्षा प्रदान करना और ऐसे में यह भी सुनिश्चित करना कि वे आम जनता की पहुंच में रहें, इसके लिए काफी कौशल की जरूरत है । एसपीजी के जैसे एक सुरक्षा संगठन के सामने राजनीतिक नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए जनता और राजनीतिक नेताओं के बीच एक कड़ी के रूप में काम करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है । मैं मानता हूं कि इस काम के लिए काफी व्यवहार कौशल की जरूरत है जो आसान काम नहीं है ।
जनता के साथ निपटने में आपकी प्रक्रियाएं और व्यवहार आपके व्यावसायिक कौशल के साथ-साथ निरन्तर विकसित होना चाहिए । मैं इस बात से अवगत हूं कि कभी-कभी आप इसके लिए आलोचना का सामना करते हैं । जबकि मैं इस बात के प्रति सचेत हूं और आम नागरिकों की असुविधाओं को कम से कम करने के लिए काफी कुछ किया जा रहा है । निश्चित रूप से मैं यह मानता हूं कि इसे और अधिक व्यावसायिक बनाकर उसे सुधारने के लिए और भी बहुत कुछ किया जा सकता है । एक स्वतंत्र पहुंच के साथ अभिनव सोच होना शायद भविष्य का मार्ग है । मुझे विश्वास है कि अपनी विशिष्ट संस्कृति के हिस्से के रूप में एसपीजी भविष्य में और बेहतर परिणाम देने का प्रयास करेगा ।
हमारा विश्व आतंकवाद की चुनौतियों का सामना कर रहा है । आतंकवादी चुनौतियों के खतरे वाले महत्वपूर्ण गणमान्य लोगों की संख्या में वृध्दि हुई है, जो विश्व भर की सरकारों के लिए एक बड़ी चिन्ता का कारण है । विशेषकर उन लोकतांत्रिक देशों में जहां खुले समाज हों और जहां लोग आबाजाही की स्वतंत्रता का आनंद लेते हैं, इस त्रासदी से निपटने के उद्देश्य से उपाय निकालने में हमें अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करना होगा । जैसा कि मैंने पहले कहा है कि आतंकवाद चाहे कहीं भी हो, वह हरेक स्थान के लिए स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए खतरा है ।
हमारे देश में शांति और सुरक्षा राजनीतिक स्थायित्व और आर्थिक प्रगति, सामाजिक और सांप्रदायिक सदभाव के प्रति, ऐसी चुनौतियों से निपटने के प्रति हमारी सरकार की प्रतिबध्दता की मैं पुन: पुष्टि करता हूं । आतंकवाद का स्रोत चाहे कुछ भी हो, हम उसे उखाड़ फेंकने के प्रति दृढसंक़ल्प हैं और यह सुनिश्चित है कि किसी लोकतंत्र में राजनीतिक बदलाव केवल मतदान बक्से से ही हो सकता है न कि बंदूकों से ।
मैं एक बार फिर एसपीजी की नि:स्वार्थ सेवा के लिए अपनी गहरी कृतज्ञता और सराहना व्यक्त करता हूं । मुझे विश्वास है कि एसपीजी अपनी विशिष्ट खोज जारी रखेगा । एसपीजी परिवार के सभी सदस्यों के लिए मैं उनके प्रयासों में हरेक सफलता की कामना करता हूं ।